असम में कुदरत का कहर, आंधी-तूफान और बिजली गिरने से 14 लोगों की मौत

असम में कुदरत का कहर, आंधी-तूफान और बिजली गिरने से 14 लोगों की मौत

असम में कुदरत का कहर

असम में कुदरत का कहर, आंधी-तूफान और बिजली गिरने से 14 लोगों की मौत

गुवाहाटी। देशभर में फिलहाल गर्मी का प्रकोप जारी है और कई राज्यों में पारा बढ़ता जा रहा है। वहीं, असम (Assam) में मौसम ने एकदम से करवट ली है। यहां कल रात हुई तेज आंधी-तूफान और भारी बारिश (Assam heavy rainfall and storms) ने काफी नुकसान पहुंचाया है। विभिन्न जिलों में तूफान, बिजली गिरने और भारी बारिश से कई लोगों के मरने की बात सामने आई है। वहीं भारी बारिश के चलते सड़क दुर्घटना में कई लोगों की मौत की जानकारी मिली है जिसपर पीएम मोदी ने भी दुख जताया है।

दूसरी ओर असम राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (एएसडीएमए) के अनुसार कल राज्य में बिजली गिरने से 8 लोगों की मौत हुई थी जिसकी संख्या अब बढ़कर 14 पहुंच गई है।

पीएम ने ट्वीट कर जताया दुख 

पीएम नरेंद्र मोदी ने भी असम में बारिश-तूफान के चलते आम लोगों की जनहानी पर शोक जताया है। पीएम ने ट्वीट कर कहा, असम के विश्वनाथ जिले में एक सड़क दुर्घटना में लोगों की मौत से दुखी हूं। जान गंवाने वालों के परिवारों के प्रति संवेदना। मैं प्रार्थना करता हूं कि घायल जल्द से जल्द ठीक हो जाएं। 

20 हजार से ज्यादा लोग प्रभावित

प्राधिकरण द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार 592 गांवों को भारी बारिश से नुकसान हुआ है और 20 हजार से ज्यादा लोग इससे प्रभावित हुए हैं। बिजली गिरने और आंधी तूफान से लगभग 6000 कच्चे और पक्के मकान आंशिक रूप से क्षतिग्रस्त हो गए हैं। वहीं 900 के करीब कच्चे और पक्के मकान पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गए हैं। बताया जा रहा है कि दुकानों और कई संस्थानों को भी इसमें काफी नुकसान हुआ है। प्राधिकरण ने बचाव कार्य शुरू कर दिया है।

एनएच-54ई पर भूस्खलन

असम के दीमा हसाओ जिले के केलोलो गांव के पास बड़े पैमाने पर भूस्खलन के बाद राष्ट्रीय राजमार्ग 54 ई पर कई वाहन फंस गए थे। नेशनल हाईवे पर भारी ट्रैफिक जाम देखा गया और कई वाहन कीचड़ में फंस गए। पिछले कुछ दिनों में लगातार बारिश के बाद पहाड़ी जिले में बड़े पैमाने पर भूस्खलन की घटना हो रही है। भूस्खलन से सड़क के कई हिस्से क्षतिग्रस्त हो गए हैं और लोगों को भी आने जाने में कठिनाई का सामना करना पड़ रहा है। बता दें कि इसी तरह की स्थिति पिछले साल भी बारिश के मौसम में हुई थी। इस बीच, एनएचएआई और जिला प्रशासन मलबा हटाने और सड़क को साफ करने में जुटे हैं।